50 Beautiful Shayaris by Ayushman Khurana With images

Shayaris by Ayushman Khurana With images:

Ayushmann Khurrana Shayari is an actor, singer, and television host. He is a man who has multiple feathers. He is a recipient of a National Film Award for best actor for his brilliant performance in Andhadhun. 

Before achieving all this fame, he was also on the famous MTV show Roadies w he won the second season of the show. Apart from this he is a pro in shayari and keeps updating his Twitter with the same. He has an amazing talent and that is Shayari.

All his movies are entertaining and he pulls off each role with ease. Ayushman chooses very specific scripts and that is most of his movies are loved by the audience and viewers.

So, today we have made a list of all the heartwarming Ayushman Khurana shayaris which will make you like him even more.
From writing about love, life, and adulting Ayushmann Khurrana shayari are beautiful in every sense of the word.

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Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

जमाने में तन्हाई का आलम तो देखिए
हम खुदको ताकते है ले ले के सेल्फियां

Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari

गलती करने का हक ना छीन मुझसे,
तू भी कहा होता मेरी जिंदगी में अगर ये हक ना होता




Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris
Zakir Khan Shayari collection


बचपन में पापा की लगाई बंदिशों को
तोड़ने में बहुत मजा आता था,
अब बड़े हो कर ख़ुद पर लगाई
बंदिशें तोड़ी नहीं जाती।

Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari

Guzar sahab shayri collection.

कुछ देर खेलेगी फिर तोड़ देगी,
मुझे सब पता है मगर
फिर भी मैं,
नींद के हाथ में ख़्वाब दे देता हूं।



Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris
Guzar sahab shayri collection.

माँ ने मेरे बचपन की तस्वीरें बहुत काम खिंची,
कहती है तुझे निखरनेसे फुरसत नहीं मिलती।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari


किसी दिन इतमीनान में मिलना तब बहुत अलग होता हूं,
मसरूफियत में तो बस अलग थलग होता हूं।

Zakir Khan Shayari collection

Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


एक हसरत थी की कभी वों भी हमें मनाएं,
पर ये कमबख्त दिल कभी उनसे रूठा नहीं।


 

Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

Zakir Khan Shayari collection

अच्छा किरदार निभाया है मेरे इश्क़ में ना रहने का,
अब चलो औकात पे वापस आ जाओ।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


में गया था सोच के बातें बचपन की होंगी,
दोस्त मुझे अपनी तरक्की सुनाने लगे।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


रास्ते खूबसूरत है तुम्हारे साथ...❤
मंज़िल की फिलहाल बात नहीं करते


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


रहने दे ये वहम मुझ को ....
की तू सिर्फ और सिर्फ मेरा है।❤

Zakir Khan Shayari collection

Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


जिनके बिना दिन नहीं गुजरता था ....
उनके बिना साल गुजर गया वो भी ख़ुशी ख़ुशी।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

Zakir Khan Shayari collection

बात बात पे मुस्कुराता है यह आदमी...
किसी छोटे शहर से आया लगता है।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

जवानी के लालच में बचपन गया...
और अब अमीरी के लालच में जवानी जा रही है।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे...
अब जिससे भी करेगा बेमिसाल करेगा ।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris


कपड़े सफ़ेद धो के जो पहने, तो क्या हुआ,
धोना वहीं जो दिल की सियाही को धोइए।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

बताओ कौनसी बाहर ले कर आया है जनवरी...
मुझ तो दिसंबर में भी साल नया सा लगता है।


(Ayushmann Khurrana Shayari)
Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

कुछ नहीं मिलता दुनिया में मेहनत के बगैर..,
मेरा अपना साया मुझे धूप में आने के बाद मिला


Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari


मंगना ही छोड़ दिया हमने वक़्त किसी से...
क्या पता उनके पास इनकार का भी वक़्त ना हो ।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari

यहां हर किसी को दरारों में झांकने की आदत है...,
दरवाजे खोल दो कोई पूछने तक नहीं आएगा।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushman Khurana shayaris

उस गली ने ये सुन के सब्र किया...
कि जाने वाले यहां के थे ही नहीं।


Ayushman Khurana shayaris
Ayushmann Khurrana Shayari

पाओं जमीन रखे मेरे, रूह कभी ना मग्रूर थी,
परवाज़ ऐसी दी मुझे, जो मेरे तखय्यूल से भी दूर थी।


मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए,
शौक़ कहता है कि दो चार क़दम और सही


कितना आसान था बचपन में सुलाना हम को…
नींद आ जाती थी परियों की कहानी सुन कर.


“ज़िंदगी ने बहुत समझदार बना रखा है,
मुझे आज बस ज़िद करने का मन है।”


खुदा जाने के तग़ाफ़ुल है या नादानी उसकी वोह मेरा हाल समझता है| और समझता भी नहीं


“दिखाने लगता है वो ख़्वाब आसमानों के,
ज़मीं से जब भी मैं मानूस* होने लगता हूँ.”


हँसना चाहूँ भी तो हँसने नहीं देता मुझको,
ऐसा लगता है कोई मुझसे ख़फ़ा है मुझमें


एक अज़ीम सूरत जो गयी,
शहर की सभी सूरतें सामने आ गयी


कितना जानता होगा वो शख़्स मेरे बारे में,
मेरे मुस्कुराने पर जिसने पूछ लिया तुम उदास क्यूँ हो.


पहले दोस्त बने,
दोस्त से जान बने,
जान से अनजान बने,
और बस ज़िन्दगी आगे बढ़ गयी


ये तो परिन्दों की मासूमियत है वर्ना
दूसरों के घरों में अब आता जाता कौन है.


कोई गैर यार बने
कोई यार बने गैर
ऐसी ही है ज़िन्दगी
किसी मन्तक़ के बगैर


मैं गया था सोच के, बातें बचपन की होंगी,
दोस्त मुझे अपनी तरक़्क़ी सुनाने
लगे।


क्या है सुकून?
घर के आँगन की मिटटी में पहली बारिश की बूँद


बहुत दिनों बार तुम्हारी अलमारी खोली.
और मिला तुम्हारी खुशबु से.
जिसे मैं जानता हूँ तुमसे भी बेहतर.
क्यूंकि वोह रहती थी मेरे साथ तुम्हारे जाने के बाद भी.
अगली दफा एक छोटे बक्से में वोह खुशबु बंद करके ले जाऊंगा अपने साथ और रोज़ मिलूंगा तुम्हे थोड़ा थोड़ा


So, today we hope you all like this heart-warming  Ayushman Khurana shayaris which will make you like him even more. Zakir Khan Shayari collection




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